आरोग्यता के लिये मंत्र

आरोग्यता के लिये
ओं नमो खों खंगार खंगारन।
कहाँ गइले नन्दन वन चन्दन वन काटके।
किसके सत्ताइस दुआरिया गड़े।
किसके सत्ताइस दुअरिया गढ़ के ।
हूक काटों फोडा काटों आशा काटों।
बाँसा काटों करो काट कूट के ।
पिता ईश्वर महादेव की शक्ति ।
गुरु की भक्ति से झारो बलाई जात।
नहीं तो गोरखनाथ की दुहाई फुरै।
शिव का स्मरण करते हुये ३१ बार इस मंत्र का उच्चारण
करके फोड़े पर हाथ फेरकर फूँक मारनी चाहिये। इससे शीघ्र लाभ
होगा।
पत्थरचूर की जड़ को ताँबे के ताबीज में भरवाकर लाल डोरे
से बाँधकर बच्चे के गले में लटका देने से दाँत निकलने में कष्ट नहीं
होता और हरे पीले रंग के पतले दस्त होना बन्द हो जाता है।
गले में बाँधने से पहले ५१ बार 'जय गुरु गोरखनाथ तेरी
आन' कहें।

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