मिट्टी की पुतली से वशीकरण

 मिट्टी की पुतली से वशीकरण
 आवश्यक सामग्री:
गंगा/ नदी की शुद्ध मिट्टी
• लक्ष्य व्यक्ति का नाम या उसका वस्त्र का टुकड़ा / बाल
• लाल सिंदूर
• गुलाब के फूल
• एक लोहे की कील
• घी का दीपक
• वशीकरण मंत्र (नीचे दिया गया)
विधि:
1. एकांत में बैठें
अमावस्या की रात, पूर्व दिशा की ओर मुख करके।
2. मिट्टी से पुतली बनाएं
-
मन में लक्ष्य व्यक्ति का चेहरा सोचते हुए।
-
3. पुतली में नाम-संकेत डालें उस व्यक्ति का नाम 7 बार पुतली के कान में
फूंकें।
4. सिंदूर और फूल अर्पित करें – आकर्षण ऊर्जा के लिए।
5. लोहे की कील पुतली के हृदय स्थान में लगाएं, यह संकेत है कि वह अब
आपकी इच्छा से संचालित होगी।
6. मंत्र 108 बार जपें:
>“ॐ नमो भगवती कामाक्षि वशीं कुरु कुरु स्वाहा।”
7. पुतली को लाल कपड़े में लपेटकर घर के गुप्त स्थान पर रखें।
करें ।
विशेष सुझाव: 21 दिनों तक लगातार वही मंत्र 11 बार बोलें और ध्यान

2. कपड़े की पुतली से वशीकरण
 आवश्यक सामग्री:
लाल/गुलाबी कपड़ा
व्यक्ति से जुड़ा कोई वस्त्र या तस्वीर
रुई / चावल भरने के लिए
गुलाब जल
शहद
काजल
वशीकरण बीज मंत्र 
विधि:
1. साफ स्थान पर बैठें, शुक्रवार रात को ।
2. कपड़े से पुतली बनाएं, जिसमें रुई या चावल भरें।
3. लक्ष्य व्यक्ति की फोटो या वस्त्र का टुकड़ा अंदर सिल दें।
4. पुतली के माथे पर काजल से "ॐ" बनाएं।
5. गुलाब जल और शहद की 3-3 बूंदें पुतली पर छिड़कें।
6. नीचे दिया गया मंत्र पढ़ें 108 बार:
"क्लीं क्लीं मोहय मोहय वश्यं कुरु कुरु स्वाहा।”
7. पुतली को तकिए के नीचे या तिजोरी में रखें।
विशेष ध्यान दें: प्रयोग के बाद 7 दिन तक किसी से इसका ज़िक्र न करें।
3. मोम या लकड़ी की पुतली से वशीकरण
९ आवश्यक सामग्री:
|
सफेद मोम या आम / नीम की लकड़ी
लाल धागा
कपूर
शुद्ध देसी घी
विशेष तांत्रिक स्थान (जैसे पीपल वृक्ष के नीचे)
शक्तिशाली वशीकरण मंत्र
0 (A) मोम की पुतली विधि:
1. मोम को हल्का गर्म करें और पुतली का रूप दें
2. पुतली में नाम फूंके - व्यक्ति का नाम 7 बार।
3. मोम पुतली को घी में डुबोकर दीपक जलाएं।
4. पुतली को हाथ में लेकर मंत्र 108 बार पढ़ें:
> “ॐ चन्द्रवदन मोहिनी स्वाहा, फलं देहि देहि नामं वश्यं कुरु स्वाहा
5. पुतली को धीरे-धीरे जलती लौ में समर्पित करें।
है।
यह विधि तेज प्रभाव देती है, पर केवल अनुभवी साधकों के लिए उपयुक्त ! 
लकड़ी की पुतली विधि:

1. लकड़ी को काटकर पुतली बनाएं
-
आम या नीम की लकड़ी सर्वोत्तम।
2. उस पर लाल रोली से मंत्र लिखें।
3. पुतली को पीले वस्त्र में लपेटकर पीपल वृक्ष के नीचे रात को रखें।
4. मंत्र 21 दिन तक जपें:
> "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं वश्यमानाय स्वाहा।”
5. 21 वें दिन पुतली को गुप्त स्थान में रखें या मिट्टी में दबा दें।
श्रेष्ठ ।
लाभ: दीर्घकालिक वशीकरण और राजनीतिक / सामाजिक प्रभाव के लिए
& निष्कर्ष:
हर पुतली की विधि में तीन प्रमुख तत्व हैं:
1. प्रतीकात्मक शक्ति (पुतली)
2. संकल्प ऊर्जा (मन का फोकस)
3. मंत्र शक्ति (ध्वनि कंपन)
इन तीनों का संतुलन ही वशीकरण को सफल बनाता है।

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