64 yogini rahaysa and names

64 yogini rahaysa and names

The 64 Yoginis ("Chausath Yogini") are mystical goddesses worshipped in Tantric and Shakti traditions, revered as personifications of the Divine Feminine with powerful spiritual energies and unique abilities. Their worship is deeply esoteric, connected to ancient Tantra and associated with secret rites called "Yogini Rahasya," which refers to their hidden, mystical knowledge and powers that bestow siddhis, protection, healing, and spiritual liberation.

### 64 Yogini Rahasya Meaning

- "Yogini Rahasya" is the secret, mystical knowledge about these goddesses—covering their cosmic functions, siddhis, rituals, and the inner meanings of their forms and names.
- In Tantra, each Yogini governs a specific aspect of existence, bestowing supernatural powers (siddhis) such as levitation, invisibility, or mastery over the senses.
- Yogini temples (notably the Chausath Yogini temples) served as sacred centers for these secretive rituals, often performed in open-air circular sanctuaries, symbolizing cosmic completeness.

### Complete List of 64 Yogini Names

Below is a representative list of the 64 Yoginis, though slight variations exist across texts and temples. These names encapsulate both their divine and fierce aspects:

1. Bahurupa  योगनियों के नाम (Name of 64  Yogini)
  1. दिव्ययोगिनी (Divyayogini)
  2. महायोगिनी (Mahayogini)
  3. सिद्धयोगिनी (Siddhyogini)
  4. गणेश्वरी (Ganeshwari)
  5. प्रेताक्षी (Pretakshi)
  6. डाकिनी (Dakini)
  7. काली (Kali)
  8. कालरात्रि (Kalratri)
  9. निशाचरी (Nishachari)
  10. झंकारी (Jhankari)
  11. ऊर्द्ववेताली (Urdwetali)
  12. खर्परी (Kharpari)
  13. भूतयामिनी (Bhutyamini)
  14. ऊर्द्वकेशी (urdkeshi)
  15.  विरुपाक्षी (Virupakshi)
  16. शुष्कंगी (Shuskangi)
  17. मांसभोजनी (Mansbhojni)
  18. फेत्कारी (Phetkari)
  19. वीरभद्राक्षी (Veerbhadrakshi)
  20. धूम्राक्षी (Dhumrakshi)
  21. कलहप्रिया (kalahpriya)
  22. रक्ता (Rakta)
  23. घोररक्ताक्षी (Ghorraktakshi)
  24. पिशची (Pishachi)
  25. भयंकरी (Bhayankari)
  26. चौरिका (Chourika)
  27. मारिका (Marika)
  28. चण्डी (Chandi)
  29. वाराही (Varahi)
  30. मुण्डधरिणी (Munddharini)
  31. भैरवी (Bhairavi)
  32. चक्रिणी (Chakrini)
  33. क्रोधा (Krodha)
  34. दुर्मुखी (Durmukhi)
  35. प्रेतवाहिनी (Pretvahini)
  36. कण्टकी (Kantaki)
  37. दीर्घलंबौष्ठी (Dirghlamboshti)
  38. मालिनी (Malini)
  39. मन्त्रयोगिनी (Mantrayogini)
  40. कालाग्नी (Kalagni)
  41. मोहिनी (Mohini)
  42. चक्री (Chakri)
  43. कपाली (Kapali)
  44. भुवनेश्वरी (Bhuvneshwari)
  45. कुण्डलाक्षी (Kundlakshi)
  46. जुही (Juhi)
  47. लक्ष्मी (Lakshmi)
  48. यमदूती (Yamduti)
  49. करालिनी (Karalini)
  50. कौशिकी (Kaushiki)
  51. भक्षिणी (Bhakshini)
  52. यक्षी (Yakshi)
  53. कौमारी (Kaumari)
  54. यन्त्रवहिनी (Yantravahini)
  55. विशाला (Vishala)
  56. कामुकी (Kamuki)
  57. व्याघ्री (Vyaghri)
  58. याक्षिनि (Yakshini)
  59. प्रेतभवनी (Pretbhawani)
  60. धूर्जटा (Dhurjata)
  61. विकता (Vikta)
  62. घोरा (Ghora)
  63. कपाला (Kapala)
  64. लङ्गली (Langali)

1. Bahurupa
2. Tara  
3. Narmada  
4. Yamuna  
5. Shanti  
6. Varuni  
7. Kshemankari (Shemkari)  
8. Aindri  
9. Varahi  
10. Ranveera  
11. Vanarmukhi  
12. Vaishnavi  
13. Kalaratri  
14. Vaidyaroopa  
15. Charchika  
16. Betali  
17. Chinnamastika  
18. Vrishabanana  
19. Jwala Kamini  
20. Khatwara  
21. Karkali  
22. Saraswati  
23. Biroopa  
24. Kobeeri  
25. Bhaluka  
26. Narasimhi  
27. Viraja  
28. Viktanan  
29. Mahalakshmi  
30. Koumari  
31. Mahamaya  
32. Rati  
33. Karkari  
34. Sarpshaya  
35. Yakshini  
36. Vinayaki  
37. Vindryavalini  
38. Veerkumari  
39. Maheshwari  
40. Ambika  
41. Kamayani  
42. Khatabari  
43. Stuti  
44. Kali  
45. Uma  
46. Narayani  
47. Samudra  
48. Brahmi  
49. Jwalamukhi  
50. Agneyi  
51. Aditi  
52. Chandrakanti  
53. Vayubega  
54. Chamunda  
55. Murti  
56. Ganga  
57. Dhumavati  
58. Gandhari  
59. Sarvamangala  
60. Ajita  
61. Surya Putri  
62. Vayu Veena  
63. Aghora  
64. Bhadrakali.

### Significance

- Each Yogini is believed to embody a unique aspect of Shakti, from nurturing and healing to fierce protection and transformational power.
- Their worship remains prominent in esoteric Hindu and Shakta Tantric practices—serving as guides, protectors, and sources of profound spiritual siddhis.

This holistic understanding provides insight into both the spiritual secrecy of "Yogini Rahasya" and the celebrated list of 64 Yoginis central to several Tantric and yogic traditions across India.
प्रत्येक योगिनी के प्रतीक और सिद्धियाँ

प्रत्येक योगिनी नारी शक्ति का विशेष रूप, विशेष प्रतीक और विशिष्ट सिद्धि (तांत्रिक शक्ति) का प्रतिनिधित्व करती हैं। योगिनियाँ प्रकृति, मन, ब्रह्मांड व दिव्य स्त्रीत्व के विविध पहलुओं की प्रतीक हैं। उनसे जुड़ी कुछ प्रमुख सिद्धियाँ और प्रतीकात्मक अर्थ इस प्रकार हैं!

### योगिनी प्रतीक

- योगिनियाँ जंगली, मुक्त, और दिव्य स्वतंत्रता की प्रतीक हैं, कई बार पशु मुख वाली—जो रूपांतरण (शैपशिफ़्टिंग), प्रकृति की विविधता व मातृत्व के बोध को दर्शाता है।
- प्रत्येक योगिनी किसी न किसी तांत्रिक कला, आत्मरक्षा, सौंदर्य, सौम्यता, क्रोध, ज्ञान, या रहस्यमय शक्ति का प्रतिनिधित्व करती हैं।
- 64 योगिनियों का वृत्ताकार मंदिर (मंडल) संपूर्णता, सुरक्षा और ब्रह्मांडीय संतुलन का प्रतीक है।

### योगिनियों की सिद्धियाँ

- प्रत्येक योगिनी के पास विशिष्ट ''सिद्धियाँ'' मानी जाती हैं, जैसे:
  - आकाश भ्रमण (उड़ने की शक्ति)
  - रूपांतरण (किसी भी रूप में प्रकट होने की शक्ति)
  - अदृश्य हो जाना
  - तांत्रिक सुरक्षा, मोहन विद्या (आकर्षण शक्ति)
  - अद्वितीय ज्ञान व मुक्ति प्रदान करना
  - भोग, सौंदर्य, नेतृत्व, धैर्य और समृद्धि प्रदान करना।
- कुछ योगिनियाँ विशेष प्राकृतिक शक्तियों, जैसे जल, वायु, अग्नि, या पृथ्वी से जुड़ी हैं, जैसे वरुणी (जल), अग्न्यै (अग्नि), वायुवेग (वायु), नर्मदा (नदी) इत्यादि।
- साधक उन्हें प्रसन्न कर शक्ति, सिद्धि और आत्मरक्षा हेतु साधनाएँ करते हैं; उनकी कृपा से तांत्रिक साधक को विशेष अनुभव, दिव्य दृष्टि, और इच्छित फल प्राप्त होते हैं।

#### उदाहरण स्वरूप (कुछ विशेष योगिनियाँ):

| योगिनी | प्रतीक | प्रमुख सिद्धि व क्षेत्र |
|----------------|------------------|-----------------------------------|
| वैनरमुखी | पशु/वन्य शक्ति | रूपांतरण, तांत्रिक आत्मरक्षा |
| काली | विनाशकारी शक्ति | भय मुक्ति, बुरी शक्तियों से रक्षा |
| महालक्ष्मी | समृद्धि और धन | समृद्धि, ऐश्वर्य, मोक्ष |
| अंबिका | मातृत्व शक्ति | पालन-पोषण, रक्षण, सौम्यता |
| चामुंडा | उग्रता व रक्षण | तांत्रिक बंधन से मुक्ति, संकट रक्षा |
| गंगा | शुद्धि | मन-शोधन, दु:ख दूर करना |
| वैष्णवी | पालन/भरण शक्ति | जीवन संतुलन, पालन |
| ऐंद्रि | वीरोचितता | विजय, उत्साह, वीरता |
| तारा | मार्गदर्शिका | प्रगति, जिज्ञासा, बुद्धि |

सभी 64 योगिनियाँ देवी शक्ति के 64 स्वरूप हैं, जिनकी साधना व ध्यान से साधक तांत्रिक सिद्धियाँ, सुरक्षा, चेतना उत्कर्ष, आत्मबल व मुक्ति का अनुभव कर सकता है।
प्रत्येक योगिनी की प्रमुख सिद्धियाँ और विवरण दीजिए

प्रत्येक योगिनी तांत्रिक शक्ति, रहस्य और माँ काली के अलग-अलग स्वरूप की वाहिका मानी जाती है। हालाँकि सभी 64 योगिनियों की गहन और व्यक्तिगत कथा, प्रतीक और सिद्धियाँ (powers) प्राचीन ग्रंथों व तांत्रिक परंपरा में अलग-अलग बताई गई हैं, फिर भी कुछ मुख्य योगिनियों की प्रमुख सिद्धियाँ और उनका संक्षिप्त विवरण नीचे सारणीबद्ध दिया जा रहा है[1][2]:

| योगिनी का नाम | प्रमुख शक्तियाँ/सिद्धियाँ | संक्षिप्त विवरण (Hindi) |
|----------------------|----------------------------------------------|--------------------------------------------------------|
| सुरसुंदरी योगिनी | सौंदर्य, ऐश्वर्य, राज्य प्राप्ति | साधना से राज्य, सोना, दिव्य वस्त्र, कन्याएँ प्राप्त |
| मनोहरा योगिनी | आकर्षण, ऐश्वर्य, सहज समृद्धि | साधना से हर रोज़ भौतिक सुख-सामग्री मिलती है |
| कनकवती योगिनी | इच्छापूर्ति, धन समृद्धि | साधना से इच्छित वरदान, धन, गहने मिलते हैं |
| कामेश्वरी योगिनी | भोग, आनंद, संपत्ति | रात्रि साधना से भोग व संपत्ति की सिद्धि मिलती है |
| रति सुंदरि योगिनी | सौंदर्य, ऐश्वर्य, ऐंद्रिक सुख | साधना से सौंदर्य, वस्त्र, गहने, समृद्धि मिलती है |
| पद्मिनी योगिनी | सौभाग्य, ऐश्वर्य, समृद्धि | श्याम वर्ण, दिव्य वस्त्र-गहनों से सुसज्जित |
| नटिनी योगिनी | इच्छा-पूर्ति, बाधा निवारण | अशोक वृक्ष के नीचे रात्रि साधना से सारी इच्छाएँ पूर्ण |
| मधुमती योगिनी | दीर्घायु, भाग्य, राजसत्ता | विविध अलंकरणों वाली; साधक को धन, सत्य, राज्य-प्राप्ति |

#### अन्य प्रमुख योगिनियाँ और उनकी शक्तियाँ:

- **बहुरूप**: रूपांतरण, किसी भी रूप में प्रकट होने की शक्ति
- **काली**: तांत्रिक रक्षण, भय का नाश, दु:ख-संकट का निवारण
- **महाकाली/महामाया**: तांत्रिक सिद्धियाँ, गूढ़ रहस्यों की दात्री
- **वरुणी/गंगा/नर्मदा/सरस्वती**: जल तत्व, शुद्धि, वातावरण नियंत्रण
- **विनायकी/वाहुला/कौमारी**: समृद्धि, ज्ञान, बालिका शक्ति
- **चामुंडा/धूमावती**: तांत्रिक रक्षा, भय, मृत्यु से मुक्ति, भूत-प्रेत बाधा निवारण
- **वैष्णवी/इन्द्राणी/ब्रह्माणी/महेश्वरी**: सृष्टि, पालन, बुद्धि तथा विवेक

### विशेष उल्लेखनीय बिंदु:
- सभी योगिनी साधना व उपासना से तांत्रिक, अदृश्य और चमत्कारी शक्तियाँ प्रदान करती हैं; जैसे - आकस्मिक संकट से रक्षा, आकर्षण, मोहन विद्या, इच्छा-पूर्ति, सिद्धियाँ (levitation, shape-shifting), तांत्रिक शत्रुओं से सुरक्षा।
- भक्त को उनके नामों तथा बीज-मंत्रों का जप और विशेष काल में साधना करनी चाहिए।
- प्रत्येक योगिनी के पीछे देवी दुर्गा/काली के विविध, रहस्यमय रूपातीत स्वरूप निहित हैं, जो साधक के आध्यात्मिक उत्थान, सुरक्षा और मोक्ष-साधना को सिद्ध करते हैं।

विशेष रूप से, 64 योगिनियाँ तांत्रिक शक्ति, रहस्य और देवत्व का अद्भुत संगम हैं, जिन्हे साधने वाला साधक दुर्लभ सिद्धियों, अद्भुत अनुभव और आत्मशांति के मार्ग पर आगे बढ़ता है।प्रत्येक योगिनी एक विशिष्ट आकाशीय शक्ति, ऊर्जा और तांत्रिक सिद्धि का प्रतिनिधित्व करती है। मुख्य आठ योगिनियों के बारे में साधना और सिद्धियाँ विशेष रूप से विस्तार से प्राचीन ग्रंथों में वर्णित हैं—बाकी 56 उनके विविध शक्तिपुंज हैं। प्रमुख आठ योगिनियों की सिद्धियाँ और संक्षिप्त विवरण निम्नानुसार हैं^:

| योगिनी नाम | प्रमुख सिद्धियाँ/शक्तियाँ | संक्षिप्त विवरण |
|----------------|-----------------------------------------------|--------------------------------------|
| सुरसुंदरी | सौंदर्य, ऐश्वर्य, राज्य, धन | साधना से राज्य, सोना, दिव्य वस्त्र, कन्याएँ |
| मनोहरा | आकर्षण, भौतिक सुख | साधक को हर दिन भौतिक वस्तुएँ मिलती हैं |
| कनकवती | इच्छापूर्ति, धन-सम्पदा, ऐश्वर्य | साधना के बाद इच्छित वरदान प्राप्त होते हैं |
| कामेश्वरी | भोग, सुख-समृद्धि | साधना से धन, भोग और समृद्धि मिलती है |
| रति सुंदरि | सौंदर्य, सुख, समृद्धि | सौंदर्य, धन, गहने आदि का आशीष |
| पद्मिनी | शुभत्व, ऐश्वर्य, भाग्य | साधना के बाद धन और सौभाग्य मिल जाता है |
| नटिनी | इच्छा-पूर्ति, बाधा नियंत्रण | रात्रि-अशोकवृक्ष साधना से इच्छाएँ पूरी होती हैं |
| मधुमती | दीर्घायु, भाग्य, सत्य, राज्याधिकार | साधना से सुख, सत्य और राज्य मिलता है |

अन्य योगिनियाँ—जैसे बहुरूपा, काली, धूमावती, चामुंडा, वरुणी, ब्राह्मणी, महेश्वरी आदि— तांत्रिक रक्षा, भोग/मोक्ष, शुद्धि, शक्ति, भयव्यापहरण, तत्वज्ञान, जल/अग्नि शक्ति, माया, और अत्याधुनिक तांत्रिक सिद्धियों हेतु साधना में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। प्रमुख प्रभावों में तांत्रिक रक्षाकवच, दुर्भिक्ष, रोग/शत्रु नाश, आध्यात्मिक प्रगति और जीवन की सर्वसिद्धि है। इनका ध्यान और नाम-जप से तांत्रिक बाधा, अशांति और नकारात्मकता दूर होती मानी जाती है।

^आदिशक्ति (काली/दुर्गा) के भिन्न-भिन्न स्वरूप होने के कारण 64 योगिनी नामों की सूचियाँ ग्रंथानुसार कुछ भिन्न हो सकती हैं। सभी रूप शक्तिपुंज, तांत्रिक ऐश्वर्य, रहस्य और जीवन-रक्षा की दात्री मानी जाती हैं।


Comments

Popular posts from this blog

Yakshinis & Chetakas

Yogamaya Maha Mohini Sadhana Vidhi

लक्ष्मी कुबेर साधना